सरकार वित्त वर्ष 2020 में रेलवे पर रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट में इसका एलान किया. बजट 2018-19 में रेलवे के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च का आवंटन हुआ था.अपने अंतरिम बजट भाषण में गोयल ने रेलवे के लिए 64,587 करोड़ रुपये का आवंटन किया है.पिछले बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि ज्यादातर पैसा क्षमता के विस्तार में खर्च होगा. यह रेलवे की पहली प्राथमिकता है. उन्होंने रेलवे के लिए 18,000 किमी लाइनों को दोगुना करने का लक्ष्य रखा था.ऐतहासिक कदम उठाते हुए सरकार ने 2017 में आम बजट के साथ रेलवे बजट को पेश करना शुरू किया था. इस तरह रेलवे के लिए अलग बजट पेश करने की 92 साल पुरानी परंपरा टूटी थी.2017-18 के लिए रेलवे का बजट 1,31,000 करोड़ रुपये रहा था. यह 2016-17 के बजट से 8 फीसदी ज्यादा था. 2016-17 में 1,21,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. यह बजट 2015-16 के लिए आवंटित रकम से 21 फीसदी ज्यादा था. 2014-15 के मुकाबले 2015-16 में बजट का आकार 52 फीसदी बढ़कर 1,00,011 करोड़ रुपये किया गया था. रेलवे बजट 2014 में रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने 65,445 करोड़ रुपये का आवंटन किया था.
