The ET Articles

चीन की ‘रेयर अर्थ मटेरियल’ ताकत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिए बड़ा खतरा

वर्तमान दुनिया की तकनीकी नींव माने जाने वाले ‘रेयर अर्थ मैटेरियल’ को लेकर चीन ने हाल ही में एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने वैश्विक आपूर्ति शृंखला को पूरी तरह से झकझोर दिया है। वस्तुत: चीन पर निर्भर देशों को अब सात प्रमुख रेयर अर्थ खनिजों के आयात के लिए विशेष लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। … Read more

IMF Funding Terror

आर्थिक सहायता या आतंकवाद का पोषण: आईएमएफ पर उठते सवाल

मुख्य बिंदु: पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की जरूरी कार्रवाई के मध्य, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को $2.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹20,000 करोड़ रुपये) की बेलआउट राशि स्वीकृत कर दी। यह बेलआउट पैकेज तब दिया गया है जब 22 अप्रैल को भारत के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों … Read more

भारत में क्रूज़ पर्यटन एक उभरता क्षेत्र: पर्यटन की नई परिकल्पना

“आज की आधुनिक दुनिया क्रूज़ पर्यटन (क्रूज़ टूरिज्म) की ओर तेजी से बढ़ रही है, और भारत इसके लिए सबसे उपयुक्त गंतव्य बन सकता था। क्योंकि, भारत के पास समुद्र के साथ नदियों का एक ऐसा विस्तृत तंत्र है, जो घने जंगलों, ऊँचे पहाड़ों, विस्तृत मैदानों और विविध प्राकृतिक भू-दृश्यों के बीच से होकर बहता … Read more

tariff war between USA and China

टैरिफ युद्ध: वैश्विक आर्थिकी के लिए संकट की आहट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी ‘टैरिफ नीति’ को आगे बढ़ाते हुए अब पारस्परिक शुल्क (रेसिप्रोकल टैरिफ) की घोषणा की है। इसके बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक बार फिर व्यापार संरक्षणवाद, वैश्विक आपूर्ति शृंखला में विघटन और संभावित आर्थिक मंदी की आशंकाएं पैदा होने लगी हैं। यह आर्थिक प्रयोग वह अमेरिका कर रहा है जिसने … Read more

Share Market India

नए वित्तीय वर्ष में शेयर बाजार में तेजी की कितनी गुंजाइश? क्या कहते हैं आर्थिक आंकड़े?

शेयर बाजार की पहेली को समझना कठिन है। पिछले छह महीनों में बाजार में उतार-चढ़ाव ने तमाम विश्लेषणों को गलत साबित कर दिया, जो हर रोज़ अखबारों, टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर दिखाई देते रहे। इसका सबसे बड़ा नुकसान उन छोटे निवेशकों को हुआ, जो इन्हीं सूचनाओं के आधार पर बाजार में पैसा लगाते … Read more

Articles Published in ‘The Economic Times Hindi’

    नए वित्तीय वर्ष में शेयर बाजार में तेजी की कितनी गुंजाइश? क्या कहते हैं आर्थिक आंकड़े?
    भारत में रोजगार का संकट कितना गंभीर है? नौकरी बचाना पहली और बेहतर वेतन दूसरी प्राथमिकता
    क्या वैश्विक बैंकिंग संकट आने वाला है? अमेरिका में बैंकों के डूबने की असली वजह क्या है?
    कृषि संकट क्या है? यह लाभ का क्षेत्र क्यों नहीं बन पा रहा?
    यूपीआई और डिजिटल रुपया: डिजिटल भुगतान की नई लकीर
    अर्थशास्त्र क्या है? यह हर व्यक्ति को क्यों समझना चाहिए?
    बजट 2023 में आपको क्या मिला और क्या छूट गया?
    डिजिटल करेंसी की दौड़ में भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में क्या प्रगति है, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े
    आरबीआई की नई डिजिटल मुद्रा की संभावनाएं और चुनौतियां क्या हैं?
    उत्तर भारत में कमजोर मानसून, सूखे का किसानों पर पड़ा है कितना अधिक प्रभाव?
    डॉलर के मुकाबले लगातार कमज़ोर हो रहा है रुपया, आपके लिए क्या समझना है जरूरी?
    सेनाओं में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' पर इतने सवाल क्यों?
    क्या विश्व बैंक की स्टैगफ्लेशन वाली चेतावनी में भारत भी है शामिल?
    महंगाई और बेकारी के बीच दम तोड़ने लगे हैं मोदी सरकार के आर्थिक सुधार
    वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत की जीडीपी के आंकड़े कौन सी कहानी कहते हैं?
    जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े किस बात की दे रहे हैं गवाही?
    Share Market India
    राजकोषीय घाटे से कैसे निपटेगी सरकार?
    पीएनबी घोटाला किसी बड़ी बैंकिंग मंदी की आहट तो नहीं !
    एसबीआई को कहीं डुबो न दे बढ़ता एनपीए !
    क्या निवेशकों को ठगने वाली स्कीमों पर लगेगी रोक ॽ
    जीडीपी अर्थव्यवस्था की सेहत का एकमात्र पैमाना नहीं